फिल्म नया ज़माना(१९७१) से एक मीठा गीत और सुनवाया जाए आपको।
फिल्म में एक गरीब बाला पर चोरी का इलज़ाम लगाया जाता है। वो गीत
गा कर जवाब दे रही है। गरीब बाला का रोल किया है अरुणा ईरानी ने।
आनंद बक्षी ने इस गीत को लिखा है और इस फिल्म में संगीत है सचिन देव
बर्मन का। १९७१ की फिल्म है और संगीतकार अपने पूरे यौवन के जौहर दिखला
के संगीत दे रहे हैं और अपने पुत्र पंचम को ज़बरदस्त टक्कर देते से प्रतीत
होते हैं। फिल्म नया ज़माना का संगीत काफी सराहा गया और सुना गया।
गीत के बोल:
सौ इलज़ाम लगाये
ओ मेरे नाम लगाये
आपने सौ इलज़ाम लगाये
हूँ, चुप क्यूँ हो गए
कहिये कुछ और
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
के, चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
सौ इलज़ाम लगाये
ओ मेरे नाम लगाये
आपने सौ इलज़ाम लगाये
कहिये कुछ और
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
के, चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
मेहरबानी शुक्रिया
घर बुला के बेईज्ज़त किया
हाँ, मेहरबानी शुक्रिया
घर बुला के बेईज्ज़त किया
मेरी तलाशी तो ले ली सरकार
अपने गिरेबान में भी झांकिए एक बार
इस बात पर पे ज़रा कीजिये गौर
के, चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
क्यूँ कि मैं हूँ एक गरीब
बेसहारा और बदनसीब
क्यूँ कि मैं हूँ एक गरीब
बेसहारा और बदनसीब
ताने हजारों सहे हो के मजबूर
पर मैं अब न चुप रहूंगी ऐ हुज़ूर
हाँ हाँ मचा दूँगी आज शोर
के, चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
सौ इलज़ाम लगाये
ओ मेरे नाम लगाये
आपने सौ इलज़ाम लगाये
कहिये कुछ और
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर
Sunday, 21 November 2010
चोरों को सारे नज़र आते हैं चोर-नया ज़माना १९७१
Labels:
1971,
Anand Bakshi,
Aruna Irani,
Lata Mangeshkar,
Naya Zamana,
SD Burman
Subscribe to:
Post Comments (Atom)



No comments:
Post a Comment