जादू है या नशा है मालूम नहीं मगर जूने पुराने गीतों की तासीर
और असर आश्चर्यजनक है। मधुर गीत सुनने के लिए किसी भी
बहाने की ज़रुरत नहीं है अतः आज आपको फिल्म बहाना से एक
गीत सुनवा देते हैं। सन १९६० की फिल्म में ये मधुर गीत है जिसे
आशा और तलत महमूद ने गाया है। राजेंद्र कृष्ण के लिखे गीत
की धुन बनाई है मदन मोहन ने।
गीत के बोल:
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में
रहने को जी चाहता है
दिल में छुपाई हुई बात सजन से
कहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में
रहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में
दिल ये हमारा घर है तुम्हारा
आओ जी, आ के बस जाओ जी
दिल ये हमारा घर है तुम्हारा
आओ जी, आ के बस जाओ जी
नैन हमारे देखे ख़्वाब तुम्हारे
ज़रा ख़्वाबों में आ के हँस जाओ जी
जान से प्यारा हमें, घर ये तुम्हारा यहाँ
रहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में
रहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में
देखो जी देखो और किसी को
दिल में न अपने बसाना जी
प्यार भरा ये वादा हम तो न भूले पिया
तुम भी इसे न भुलाना जी
प्रीत हमारी रहे दुनिया से न्यारी यही
कहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में
रहने को जी चाहता है
दिल में छुपाई हुई बात सजन से
कहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में
रहने को जी चाहता है
तेरी निगाहों में
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Teri nigahon mein-Bahana 1960
Tuesday, 28 June 2011
तेरी निगाहों में तेरी ही बाहों में -बहाना १९६०
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