Social Icons

Friday, 10 December 2010

ऐ दिल दिल की दुनिया में-यादें २००१

आपको फिल्म गोलमाल(नई) का स्नेहा पन्त का गाया
एक गीत सुनवाया था २-३ पोस्ट पहले। आइये गायिका
स्नेहा पन्त के बारे में कुछ जानें। कुछ रीमिक्स वगैरह
गाने के बाद और स्टेज पर शो करने के बाद उन्हें फिल्मों
के लिए गाने का मौका मिला।

थोडा और पीछे चलते है। धारावाहिक-सा रे गा मा आपने
ज़रूर सुना और देखा होगा। ये जब TVS कंपनी द्वारा
प्रायोजित था तब इसका नाम था- टी वी एस सा रे गा मा।
उस समय वो एक फाइनल में विजेता चुनी गयीं थीं।
किराना घराने के कलाकारों से शास्त्रीय संगीत सीखने
के बाद स्नेहा को कल्याणजी(कल्याणजी आनंदजी
संगीतकार द्वय में से बड़े भाई) के सान्निध्य में काफी
कुछ गीत गायन की बारीकियां सीखने को मिलीं।
कल्याणजी भाई वैसे भी कई प्रतिभाओं को सामने
ला चुके हैं। इनमे साधना सरगम का नाम प्रमुख है।
कल्याणजी भाई के साथ उन्होंने कई स्टेज शो भी
किये हैं। स्टेज वाला कोंफिड़ेंस उनकी आवाज़ में
बखूबी झलकता है और आवाज़ एकदम सधी हुई
सुनाई पढ़ती है ।

आइये फिल्म सौदागर के गाने का रीमिक्स देखने जिसमे
आवाज़ स्नेहा की है उसके बाद टोपिक को आगे बढ़ाएंगे।
इस रीमिक्स में खरखरी आवाज़ वाला कौन है मुझे इसकी
जानकारी नहीं, आपको हो तो मेरा ज्ञानवर्धन अवश्य ही
कीजियेगा।



संगीतकार अन्नू मालिक के साथ भी उन्होंने कुछ स्टेज प्रोग्राम किये
उसका सिला उन्हें अवश्य मिला। फिल्म यादें का एक मधुर गीत उनके
खाते में आ गया। गीत वाकई मधुर है और फिल्म ना चलने की सूरत
में अनसुना सा रह गया। गीत की विशेषता ये है की इसमें स्नेहा पन्त
स्वयं स्टेज पर ये गीत गाती हुई आपको दिखाई देंगी। अन्नू मालिक
पहले भी ऐसे करिश्मे कर चुके हैं। याद कीजिये-बाज़ीगर में उन्होंने
विनोद राठोड को परदे पर गाते दिखाया था ये यूँ कहिये फिल्म के
निर्देशक से कह कर ऐसा इन्तेजाम करवाया था। जो भी हो इस तरह
के कारनामों से कलाकार को प्रसिद्धि ज़रूर मिलती है और ये एक
अच्छी पहल है। पार्श्व गायन में कई बार गायक का परिचय आम
जनता तक नहीं पहुँच पाता अभी भी ऐसे हजारों फिल्म प्रेमी हैं जो
कोई गीत सुनकर याद करते हैं-धर्मेन्द्र ने या अमुक कलाकार ने
कितना बढ़िया गाया था फिल्म में। उनको यही लगता है कि गीत
नायक नायिका ही गाते हैं।

गीत आनंद बक्षी की रचना है और संगीतकार का नाम आप अब तक
जान ही चुके होंगे। इस गीत में उनका साथ दिया है उदित नारायण ने
और ऊंची पट्टी पर गाने में सिद्धहस्त कलाकार के. के. ने । आइये
फिल्म यादें का गीत देखें और सुनें। के. के. इस गीत में बिलकुल
ऐ. आर. रहमान के कुम्भ के मेले में बिछड़े हुए भाई वाले अंदाज़ में
गा रहे हैं। अरे भैया ओरिजनल मौजूद है, काहे कसरत कर रहे हैं आप ?



गीत के बोल:

आ आ आ
आ आ आ आ आ आ
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ

ऐ दिल दिल की दुनिया में
ऐसा हाल भी होता है
बाहर कोई हँसता है
अन्दर कोई रोता है
ऐ दिल दिल की दुनिया में
ऐसा हाल भी होता है
बाहर कोई हँसता है
अन्दर कोई रोता है

ऐ दिल, कोई पहचाना नहीं
किसी ने ये माना नहीं
किसी ने ये जाना नहीं
किसी को बताना नहीं
दर्द छुपा है कहाँ

ऐ दिल दिल की दुनिया में,
ऐसा हाल भी होता है
बाहर कोई हँसता है,
अन्दर कोई रोता है

ओ , हे, एह, एह हे
तूने मुझसे वफ़ा नहीं की
तुझको कैसे वफ़ा मिलेगी
तूने मुझको दर्द दिया है
तुझको कैसे दवा मिलेगी

सीने में उठते है अरमान ऐसे
दरिया में आते है तूफ़ान जैसे
कभी कभी खुद ही माझी
कश्ती को डुबोता है

ऐ दिल दिल की दुनिया में
ऐसा हाल भी होता है
बाहर कोई हँसता है
अन्दर कोई रोता है

कांटे चुन कर तेरा दामन
फूलों से मैं भर जाऊंगा
इससे बड़ी सज़ा क्या होगी
माफ़ तुझे मैं कर जाऊंगा
आ एह आ

होगी किसी को पहचान कैसे
प्यार में होते हैं कुर्बान कैसे
हमको यह मालूम ना था
प्यार भी एक समझौता है

ऐ दिल, दिल की दुनिया में
ऐसा हाल भी होता है
बाहर कोई हँसता है
अन्दर कोई रोता है

.........................................
Ae dil dil ki duniya mein-Yadein 2001

No comments:

Post a Comment

 
 
www.lyrics2nd.blogspot.com