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Wednesday, 20 July 2011

नैनहीन को राह दिखा प्रभु-भक्त सूरदास १९४२

भक्त सूरदास से एक गीत पेश है के. एल. सहगल की आवाज़ में .
दीना नाथ मधोक गीतकार हैं और संगीत बनाया है ज्ञान दत्त ने.
भक्त सूरदास पर बनी फिल्म है अतः इसमें भजन और प्रेरणादाई
गीत ही मिलेंगे आपको. बॉलीवुड ने भक्तों, संतों और महा पुरुषों
पर समय समय पर फ़िल्में बनायीं हैं.

वर्त्तमान समय में इस क्षेत्र में कम या नहीं के बराबर काम हो रहा है.
छोटे परदे के अवतरण के बाद सीरियल निर्माण होने से विकल्प ज्यादा
उपलब्ध हो गए हैं. अब फिल्मों के बजाये पौराणिक, धार्मिक और
ऐतिहासिक कथाएं धारावाहिक रूप में ही देखने को उपलब्ध हैं.



गीत के बोल:

नैनहीन को राह दिखा प्रभु
नैनहीन को राह दिखा प्रभु
पग पग ठोकर खाऊँ मैं
नैनहीन को राह दिखा प्रभु
पग पग ठोकर खाऊँ मैं
नैनहीन को

तुमरी नगरिया की कठिन डगरिया
तुमरी नगरिया की कठिन डगरिया
चलत चलत गिर जाऊं मैं प्रभु

नैनहीन को राह दिखा प्रभु
पग पग ठोकर खाऊँ मैं
नैनहीन को राह दिखा प्रभु

चहुँ ओर मेरे घोर अँधेरा
भूल न जाऊं द्वार तेरा
चहुँ ओर मेरे घोर अँधेरा
भूल न जाऊं द्वार तेरा
एक बार प्रभु हाथ पकड़ लो
एक बार प्रभु हाथ पकड़ लो
एक बार प्रभु हाथ पकड़ लो
मन का दीप जलाऊँ मैं प्रभु

नैनहीन को राह दिखा प्रभु
पग पग ठोकर खाऊँ मैं
नैनहीन को
.................................
Nainheen ko raah dikha prabhuBhakt Surdas 1942

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