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Monday, 13 December 2010

रात ने रंग जमाये हैं-चलता पुर्जा १९७७

फिल्म चलता पुर्जा का एक गीत - गए हम दिलदार आपको
सुनवाया जा चुका है। अब आप सुनिए फिल्म से एक कैबरे गीत
या जो नाम आप देना चाहें इस नृत्य को। खरगोश की पूँछ को
सर पे लगा के थोडा अचंभित सी करने वाली पोषक में कौन
कलाकार नाच रही हैं नाम मालूम नहीं। बस हम राजेश खन्ना
और असरानी को पहचान पा रहे हैं। अरे एक और पहचान लिया
ये हैं हिंदी फिल्मों के नामचीन खलनायक-रणजीत। गीत के
बोल कुछ कम भी हो सकते हैं। शायद देखने वाले ने भी नृत्य
करते हुए इसकी एडिटिंग की है, बीच बीच में कुछ बोल गायब
हो जा रहे हैं।



गाने के बोल:

रात ने रंग जमाया है
नया खिलाडी आया है
पहला दांव लगाया है
मेरा दिल घबराया है

रात ने रंग जमाया है
नया खिलाडी आया है
पहला दांव लगाया है
मेरा दिल घबराया है

देखने आज के खेल में
किस्से कौन
किस्से कौन टकराता है
हा, दाव कौन लगता है
हूँ,बेगम, गुलाम बादशाह कौन बनाता है
तुम तुम तुम, ऐ हे हे
घबराता है

सुनो कहो क्या हाल है
सोच रहे हो कमाल है
कहाँ तुम्हारा ख्याल है
सुनो कहो क्या हाल है
सोच रहे हो कमाल है

सबको पत्ता आता है

बेगम, गुलाम बादशाह कौन बनाता है
तेरी बात नहीं यार
तू काहे घबराता है

सारा उसका काम है
किस्मत जिसका नाम है
किसी पे क्या इलज़ाम है
ये खेल यूँही बदनाम है
सारा उसका काम है
किस्मत जिसका नाम है

कोई जीत जाता है
कोई हार जाता है
हा, हिसाब कौन लगता है
हं, बेगम गुलाम बादशाह
तुम तुम तुम
तेरी बात नहीं है यार
तू काहे घबराता है
तू काहे घबराता है
............................................................................
Raat ne rang jamaya hai-Chalta Purza 1977

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